वेद और विज्ञान

“कुछ लोग कहते हैं वैदिक धर्म और आधुनिक विज्ञान दोनों एक दूसरे के विरोधी हैं और कुछ तो सारा श्रम यह सिद्ध करने में लगा देते हैं कि वैदिक धर्म हि आधुनिक विज्ञान है। परन्तु यह दोनों मत उचित नहीं है।” आईए जानते हैं विज्ञान और धर्म के संबंध पर शास्त्रीय पक्ष।

भरि लोचन बिलोकि अवधेसा। तब सुनिहउँ निर्गुन उपदेसा।

आदिपुरुष के पक्ष में कुछ गुणिजनो का यह कहना है कि श्रीराम के रूप को किसी भी प्रकार से चित्रित किया जा सकता है क्योंकि किसी को भी उनके रूप के बारे में ज्ञात नही है। यह कितना सत्य है? आइए श्री राम के स्वरूप का वर्णन जानते हैं।

हनुमान जन्मोत्सव

रणमें हनुमान जी ने जैसे अद्वितीय कर्म किए वैसे न काल के न इन्द्र के न कुबेर के और न ही भगवान विष्णु के सुने गये हैं। यह शब्द वाल्मीकि रामायण में स्वयं भगवान श्रीरामचन्द्र के हैं।