Lord-Bhagwan-Ram

रामनवमी महिमा – भाग २

ब्रह्मा जी ने देवताओं और गौ रूप में आयीं देवी पृथ्वी जी से कहा, आप सब मेरे साथ प्रेम पूर्वक प्रभु जी का स्मरण करें, जिसके हृदय में जैसी भक्ति होती है प्रभु उसी रीती से वहाँ सदैव प्रकट रहते हैं। वे ही प्रभु भुभारहारी जिनकी भक्ति शिवजी और विष्णु जी भी करते हैं।

krishna vedvyasa

महाभारत- एक ज्ञानमय प्रदीप- भाग -२

महाभारत को केवल लड़ाई झगड़ों वाला ही ग्रंथ मान लेना एक बड़ी भूल है। समय समय पर अनेक विद्वान कवियों ने महाभारत की कथाओं से ही प्रेरणा लेकर अपने काव्यों की रचना की है। महाभारत इस भारत नामक राष्ट्र का हृदय है। अध्यात्म,धर्म तथा नीति की विशद विवेचना ने इस महाभारत को भारतीय धर्म तथा संस्कृति का विशाल विश्वकोश बनाया है।