जरुरत है कि हम धर्म सम्बन्धी पुस्तकें अपने घर में लाकर रखें, खुद उन्हें पढ़ना शुरू करें। बच्चों के लिए कौन उसे रुचिकर भाषा में लिखता है ये पता करें और उनके लिए वैसी किताबें लाकर रखें।
जबतक शिकार के किस्से शेर अपने पक्ष से सुनाना नहीं शुरू करते, तबतक शिकार की कहानियों में शिकारी का महिमामंडन होता रहेगा। पढ़िए परंपरा और धर्म के सन्दर्भ में आनंद कुमार जी को
शिखरिणी छन्द में आदि शंकराचार्य ने सौंदर्यलहरी की रचना की थी। संस्कृत जानने वालों के लिए, शाक्त उपासकों के लिए या तंत्र की साधना करने वालों के लिए सौन्दर्यलहरी कितना महत्वपूर्ण ग्रन्थ है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसकी पैंतीस से अधिक टीकाएँ, केवल संस्कृत में हैं।
Amidst globalization when we find monolithic religions dominating the world stage, for those looking from outside, Hinduism certainly comes as something strange. The concept of ‘samata’, which means equality, and…