श्रवणामृत का अमृतकाल

समस्त भारत राममय है। अमृत घट छलक रहे हैं, ज्योतिपुंज दमक रहे हैं, पवन तरंगें सुगंधें महका रही है, रामलला घर लौट रहे हैं और जब दसों दिशाऍं मंगल गा रही हैं तो हम क्यों पीछे रहें? आइए हम भी राम नाम और राम कथा के श्रवणामृत पर शुभ विचार करें।

कृष्णमय जीवन

मधुसूदन भगवान श्रीकृष्ण का कर्मयोग ही मानव जीवन को सार्थक बना सकता है। परम लक्ष्य हो कर्मप्रधान जीवन और जीवन का अतुलित आनंद!
इसी सापेक्ष भाव के साथ आइए आज कृष्णसम्मत जीवन शैली पर बात करें और प्रार्थना करें कि
भगवान श्रीकृष्ण हमारे सारथी हों..

राम से बड़ा राम का नाम, राम सँवारें सबके काम

हमारे जीवन का कोई पक्ष ऐसा नहीं है जो राम से अछूता हो। हमारे त्योहार राम से जुड़े हैं। राम का जन्म दिन यानि रामनवमी, रावण वध तो विजयदशमी, अयोध्या आगमन तो दीपावली.. रक्षाबंधन तो श्रवण की कहानी..